
लैंड फॉर जॉब घोटाला क्या है – क्या आपको पता है. लैंड फॉर जॉब घोटाला क्या है. अगर नही तो कोई दिकत की बात नहीं है. क्यू कि आज के इस लेख में हम आपको बताने वाले है. यह मामला बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव पर लगा है. इसके मामले में पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव और उनकी पत्नी के घर छापा मारा है. सीबीआई लैंड फॉर जॉब घोटाला के जुड़े सवाल कर रही है. और यह मामला जमीन के बदले नौकरी देने के इस मामले में सीबीआई ने करवाई की है. अपको हम बता दें कि कोर्ट के द्वारा लालू राबड़ी और बेटी सीमा भारती सहित 14 आरोपियों पर 15 मार्च को पेश होने के लिए समन जारी करवा चुकी थी. चलिए जानते हैं. कि आखिर यह घोटाला क्या है. और जानते है. की लालू के पुरा परिवार इसकी जड़ में क्यों है.
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जमीन के बदले में नौकरी घोटाला क्या है?
लैंड फॉर जॉब घोटाला क्या है. बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव के द्वारा इस घोटाले का पूरा मामला रेलवे भर्ती से संबंधित है जो 2004 से 2009 तक यूपीए सरकार में रेल मंत्री रहे थे. जो उनके और उनके परिवार के द्वारा जमीन के बदले लोगों को नौकरी देने का आरोप लगा है. CBI के द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव के साथ साथ उनके परिवार पर भी केस दर्ज है. आरोप है की लालू ने जमीन के बदले नौकरी देने का रिश्वत ली थी.

बिना विज्ञापन जारी किए नौकरी दी
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू पर आरोप है. कि उन्होंने रेल मंत्री रहते समय बिना किसी रिक्वायरमेंट जारी किए. ग्रुप डी के नौकरी के लिए कई व्यक्तियों को भर्ती की थी. इस मामले में बात यह भी साफ हुआ है. जिन लोगों को नौकरी मिली उन लोग को अपना जमीन तक देना पड़ा. और साथ में यह भी पता चला कि कई लोग आवेदन देने के 3 दिन बाद ही नौकरी दे दी गई. इस प्रक्रिया के तहत लोगों को जबलपुर मुंबई छत्तीसगढ़ और जयपुर जैसे राज्यों में नौकरी दी गई.
पूर्व मुख्यमंत्री लालू पर कौन-कौन आरोप लगे हैं?
पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव सिर्फ लैंड फॉर जॉब घोटाले के मामले में नहीं फंसे हैं. उनके द्वारा किए गए चारा घोटाले के अलग-अलग पांच मामलों में दोषी भी करार दिया जा चुका है. आइए हम जानते हैं. की सभी मामले में कोर्ट क्या क्या सुनवाई किया है.
- चाईबासा के कोषागार से अवैध तरीके से 37.7 करोड़ रुपए निकाला गया: इस मामले में लालू प्रसाद यादव को 5 साल की सजा और ₹25 लाख जुर्माना हुआ था. और इसके साथ-साथ लालू यादव समेत 44 आरोपी थे.
2. देवघर में सरकारी कोषागार घोटाला
इस चारा घोटाले से दूसरा बड़ा घोटाला जुड़ा है जो देवघर सरकारी को सागर से 84. 53 लाख रुपए की अवैध निकासी किया गया था. इस मामले में लालू प्रसाद यादव से में 56 आरोपी आरोपी थे कोर्ट ने आरजेडी प्रमुख के दोषी करार देते हुए 5 साल की सजा सुनाई थी और 10 लाख रुपए जुर्माना लगाया गया था.
3. दुबारा चाईबासा कोषागार का मामला
यह तीसरा मामला भी चाईबासा कोषागार का है. इस मामले में करीबन 30.67 करोड़ों रुपए की अवैध निकासी का आरोप लगा था. लालू प्रसाद यादव के समीप 56 आरोपी जुड़े थे इस मामले में कोर्ट ने 5 साल की सजा सुनाई और 10 लाख जुर्माना भी लगाया गया था.
4. चौथे मामला दुमका कोषागार का
पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव पर लगे चौथा चारा घोटाला सामने आया जो दुमका कोषागार से 3.13 करोड़ रुपए अवैध निकासी का है. जिसमें लालू प्रसाद यादव को दोषी करार दिया गया देते हुए 7– 7 साल की सजा सुनाई. और इसमें सजा के साथ-साथ 60 लाख जुर्माना भी लगाया गया.
5. डोरंडा को सागर मामले में भी 5 साल की सजा
इस मामले में कोषागार से अवैध तरीके से ₹140 निकाले गए थे. पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के साथ-साथ 170 लोगों को आरोपी बनाया गया था जिसमें 55 की मौत हो गई कोर्ट ने इस मामले को फरवरी में लालू प्रसाद यादव को दोषी मानते हुए 5 साल की सजा और 60 लाख जुर्माना लगाया गया.
निष्कर्ष. लैंड फॉर जॉब घोटाला क्या है.
जैसा कि इस लेख में हमने आपको बताया लैंड फॉर जॉब घोटाला क्या है. और साथ साथ पूर्व मुख्यमंत्री लालू पर कौन-कौन आरोप लगे हैं. उन पर भी चर्चा किया हमें आशा है. कि यह लेख आपको अच्छा लगा होगा अगर इस लेख में किसी भी प्रकार का उलझन हो तो हमें कमेंट जरुर करें ताकि आपकी उलझन को दूर करने का हमें मौका मिले.
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